Latest

सीजफायर या छलावा?

Editor : Anjali Mishra | 11 May, 2025

क्या ये संघर्ष विराम था या पाकिस्तान की नयी साजिश?

सीजफायर या छलावा?

Source or Copyright Disclaimer


सीजफायर या छलावा? पाकिस्तान की वादा खिलाफी पर भारत का कड़ा जवाब।


शनिवार, 10 मई को शाम 5 बजे, भारत और पाकिस्तान के बीच एक बड़ा फैसला, सीजफायर की घोषणा!

मध्यस्थता अमेरिका की, दावा राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का |

लेकिन सिर्फ तीन घंटे बाद गोलियों की आवाज़, धमाके, और आसमान में मंडराते ड्रोन।


क्या ये संघर्ष विराम था या पाकिस्तान की नयी साजिश?


शनिवार दोपहर 3:35 बजे पाकिस्तान के DGMO का फोन आता है भारतीय समकक्ष को और सहमति बनती है कि जमीन, हवा और समुद्र में सभी सैन्य कार्रवाई बंद।शाम 5 बजे से लागू होता है सीजफायर।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री प्रेस में कहते हैं कि 5 बजे से युद्धविराम लागू कर दिया गया है।

सीजफायर की पुष्टि खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने X पर दी।

लिखा - रात में US की मध्यस्थता में चली लंबी बातचीत के बाद मुझे बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान तुरंत और पूरी तरह हमले रोकने के लिए तैयार हो गए हैं।

मैं दोनों देशों को कॉमनसेंस, समझदारी से भरा फैसला लेने के लिए बधाई देता हूं।”

ट्रंप ने खुद को इस युद्धविराम का मध्यस्थ बताते हुए इसे शांति की ओर एक बड़ा कदम बताया।


और फिर शाम 8 बजे: पाकिस्तान फिर से पुरानी चाल पर उतर आता है।

LOC और IB के पास एक के बाद एक गोलाबारी होती है। पुंछ, अखनूर, नौशेरा, राजौरी, आरएसपुरा और उधमपुर।


राजौरी में भारी शेलिंग के साथ मोर्टार और तोपों का इस्तेमाल।


सीजफायर के कुछ ही घंटों बाद श्रीनगर में धमाकों की आवाज़ें।

आसमान में दिखते हैं दुश्मन के ड्रोन।सेना की एंटी-ड्रोन यूनिट ने तुरंत मोर्चा संभाला।

ये पाकिस्तान की सोची-समझी साजिश थी। सीजफायर के नाम पर छल।


जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने X पर लिखा।श्रीनगर में धमाकों की आवाज़ें आ रही हैं। ये कैसा सीजफायर है?

कुछ ही देर बाद दूसरा पोस्ट ये कोई सीजफायर नहीं है। एयर डिफेंस यूनिट्स जवाबी कार्रवाई कर रही हैं।


सेना ने श्रीनगर, बारामूला और राजस्थान के पोखरण में ड्रोन गिराए।

श्रीनगर में ब्लैकआउट लागू सुरक्षा सर्वोपरि,जवाबी कार्रवाई जारी है।

ये है नया भारत जो जवाब नहीं, सीधा करारा वार करता है।


सोशल मीडिया पर वीडियो की बाढ़


आम लोग पूछ रहे हैं।अगर सीजफायर था, तो फिर ये गोलियां क्यों?

अमेरिकी मध्यस्थता की भूमिका पर उठे सवाल।क्या ट्रंप सिर्फ कागज़ी सहमति ला पाए?

विदेश मंत्रालय सतर्क "12 मई को फिर से DGMO बातचीत करेंगे।


अब सवाल उठता है कि 

क्या पाकिस्तान से कभी सीजफायर मुमकिन है?

अमेरिका की भूमिका मददगार या भ्रम फैलाने वाली?

भारत की अगली रणनीति क्या होनी चाहिए?


सीजफायर से धोखे तक की पूरी दास्तान।

भारत ने फिर एक बार शांति का हाथ बढ़ाया और पाकिस्तान ने फिर धोखा दिया।

अब जवाब मिलेगा हर मोर्चे पर, हर चाल का।