बिहार विधानसभा में बोला जाता है असत्य, विधानसभा अध्यक्ष ने क्यों की ये बात?
Editor : Manager User | 06 March, 2025
तो कुल मिलाकर जहां टीका vs टोपी पर विधानसभा में तीखी नोकझोंक दिखी तो वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने ये बोलकर कि विधानसभा के भीतर कोई झूठ नहीं असत्य बोलता है सबको चौंका दिया। कुल मिलाकर चुनावों से पहले बिहार की सियासत और तीखी हो चली है। सत्ता पक्ष और विपक्ष अब खुलकर आमने-सामने हैं।

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बिहार विधानसभा में बोला जाता है असत्य, बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने खुद कही ये बात, आखिर कौन हैं वे नेता जो विधानसभा में बोलते हैं असत्य, आखिर क्यों आई ऐसी नौबत की बिहार विधानसभा अध्यक्ष को ये कहना पड़ा ? टीका vs टोपी की बहस के बीच बिहार विधानसभा अध्यक्ष ने ये बयान देकर सबको चौंका दिया है. क्या है पूरा मामला चलिए विस्तार से बताते हैं।
बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बुधवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की डेप्युटी सीएम विजय कुमार सिन्हा के साथ तनातनी हो गई। तेजस्वी यादव ने विजय सिन्हा की ओर इशारा करते हुए कहा, 'क्या आपने नहीं बोला था कि बीजेपी का सीएम होगा तभी सभी सपने पूरे होंगे। वीडियो है हमारे पास। सदन में झूठ मत बोलिए। सदन में क्यों झूठ बोलते हैं, यह लोकतंत्र का मंदिर है। आप टीका लगाए हैं, सनातनी आदमी हैं और झूठ बोल रहे हैं।' टीका की बात सुनकर विजय सिन्हा भड़क गए। विजय सिन्हा ने कहा, 'अध्यक्ष जी, झूठ बोलने की जिम्मेदारी इन लोगों की है। विजय सिन्हा अपनी पार्टी के पक्ष में पार्टी के अंदर बात करता है। नीतीश कुमार सुशासन स्थापित करने के लिए काम करने के लिए आप लोगों को छोड़कर आए। आपको टीका से नफरत है तो टोपी पहन लीजिए, टीका से नफरती लोगों को टोपी पहन लेना चाहिए। '
तेजस्वी यादव और विजय सिन्हा के बीच नोकझोंक का ये वीडियो देखिए और फिर आपको बताते हैं कि आखिर विधानसभा अध्यक्ष ने क्यों कहा कि यहां असत्य बोला जाता है। तो सुना आपने। दरअसल, जब ये नोकझोंक तेज होने लगता है तब विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को टोकते हैं। रुकने के लिए कहते हैं. कहते हैं, माननीय नेता प्रतिपक्ष। ..माननीय नेता प्रतिपक्ष। ..तेजस्वी पलट कर कहते हैं, मैं कुछ झूठ नहीं बोल रहा। इस पर विधानसभा अध्यक्ष कहते हैं, यहां कोई झूठ नहीं बोलता, असत्य बोलते हैं। आप खुद सुनिए विधानसभा अध्यक्ष को।
विधानसभा अध्यक्ष जब ये बोलते हैं तो सभी चौंक जाते हैं। तेजस्वी खुद चुटकी लेते हैं और कहते हैं, ठीक है मैं झूठ शब्द को वापस ले लेता हूं उसकी जगह पर असत्य को जोड़ दिया जाए। इसके बाद विपक्ष के सभी विधायक मेज थपथपाने लगते हैं और तेजस्वी भी हंस पड़ते हैं। फिर तेजस्वी कहते हैं, अब भाजपा के लोग कब तक पिछलग्गू बनकर रहेंगे। विश्व की सबसे बडी पार्टी हैं। उनका अपना कोई चेहरा हइये नहीं है। कब बनाइएगा अपना मुख्यमंत्री।।अटल जी का सपना साकार करना है ना. सुनिए तेजस्वी को।
तो कुल मिलाकर जहां टीका vs टोपी पर विधानसभा में तीखी नोकझोंक दिखी तो वहीं विधानसभा अध्यक्ष ने ये बोलकर कि विधानसभा के भीतर कोई झूठ नहीं असत्य बोलता है सबको चौंका दिया। कुल मिलाकर चुनावों से पहले बिहार की सियासत और तीखी हो चली है। सत्ता पक्ष और विपक्ष अब खुलकर आमने-सामने हैं। इससे ये तो साफ हो गया है कि आने वाले दिनों में बिहार में सियासी पारा और चढ़ेगा।