दोषी बख्शे नहीं जाएंगे, भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा 'अमित शाह'
Editor : Shubham awasthi | 23 April, 2025
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला न केवल एक भयावह त्रासदी था, बल्कि यह भारत की सुरक्षा और शांति के लिए एक गंभीर चुनौती भी साबित हुआ। इस हमले में 27 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, और 20 से अधिक लोग घायल हुए। यह हमला पहलगाम की बैसरन घाटी में हुआ, जिसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से जाना जाता है। इस घटना ने पू

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22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुआ आतंकी हमला न केवल एक भयावह त्रासदी था, बल्कि यह भारत की सुरक्षा और शांति के लिए एक गंभीर चुनौती भी साबित हुआ। इस हमले में 27 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, और 20 से अधिक लोग घायल हुए। यह हमला पहलगाम की बैसरन घाटी में हुआ, जिसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' के नाम से जाना जाता है। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया और आतंकवाद के खिलाफ भारत की जंग को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "भारी मन से पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा। इस नृशंस आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।" इस लेख में हम इस हमले के विभिन्न पहलुओं, इसके प्रभाव, सरकार की प्रतिक्रिया, और भविष्य की रणनीतियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
अमित शाह की प्रतिक्रिया और श्रद्धांजलि
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हमले के तुरंत बाद सक्रियता दिखाई। वे 22 अप्रैल की रात को ही श्रीनगर पहुंचे और उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की। अगले दिन, 23 अप्रैल को, उन्होंने श्रीनगर के पुलिस कंट्रोल रूम में मृतकों के शवों पर पुष्पांजलि अर्पित की और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। इस दौरान, शाह ने भावुक होकर पीड़ितों के दर्द को साझा किया। उन्होंने बच्चों के सिर पर हाथ फेरा, बुजुर्गों को ढांढस बंधाया, और सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा, "भारी मन से पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए लोगों को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। भारत आतंक के आगे नहीं झुकेगा। इस नृशंस आतंकी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस हमले के पीछे शामिल सभी लोगों को कठोरतम सजा दी जाएगी। शाह ने बैसरन घाटी का दौरा भी किया, जहां उन्होंने सुरक्षा बलों के अधिकारियों से स्थिति का जायजा लिया और आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन की जानकारी ली।
सरकार और सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार और सुरक्षा बलों ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो उस समय सऊदी अरब के दौरे पर थे, ने अपनी यात्रा बीच में ही रद्द कर दी और 23 अप्रैल की सुबह भारत लौट आए। दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरते ही उन्होंने पहलगाम हमले पर उच्च स्तरीय बैठक की और सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक बुलाई। पीएम मोदी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा, "इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम को हमले की जांच के लिए पहलगाम भेजा गया। सेना, CRPF, और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त रूप से बैसरन घाटी और आसपास के क्षेत्रों में सघन सर्च ऑपरेशन शुरू किया। खुफिया सूत्रों के अनुसार, हमले में 4-6 आतंकियों के शामिल होने की आशंका है, और सुरक्षा बलों ने इलाके की घेराबंदी कर दी है ताकि आतंकी भाग न सकें।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पीड़ितों और उनके परिवारों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए। श्रीनगर में इमAnimate for Free!रजेंसी कंट्रोल रूम के नंबर (0194-2457543, 0194-2483651) और अनंतनाग पुलिस के नंबर (9596777669, 01932225870) पर लोग अपने परिजनों की जानकारी ले सकते हैं। इसके अलावा, मृतकों के शवों को उनके गृह राज्यों में विशेष विमानों के जरिए भेजने की व्यवस्था की गई