काशी मेरी और मैं काशी का हूं', वाराणसी में बोले पीएम मोदी
Editor : Shubham awasthi | 11 April, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के 50वें दौरे पर शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे. पीएम मोदी ने काशी में लगभग ढाई घंटे के प्रवास पर सबसे पहले राजातालाब के मेहदीगंज में जनसभा की. उसके बाद योजनाओं की बारिश की. 44 योजनाओं में तमाम महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं के साथ बिजली आपूर्ति की भी एक महत्वपूर्ण योजना थी

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काशी मेरी और मैं काशी का हूं', वाराणसी में बोले पीएम मोदी...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र के 50वें दौरे पर शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे. पीएम मोदी ने काशी में लगभग ढाई घंटे के प्रवास पर सबसे पहले राजातालाब के मेहदीगंज में जनसभा की. उसके बाद योजनाओं की बारिश की. 44 योजनाओं में तमाम महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं के साथ बिजली आपूर्ति की भी एक महत्वपूर्ण योजना थी, जिसकी सौगात प्रधानमंत्री ने पूरे पूर्वांचल को दी है.
भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक राजधानी काशी (वाराणसी) एक बार फिर राष्ट्रीय चर्चा के केंद्र में है। हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबतपुर एयरपोर्ट पर मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और डीएम एस राजलिंग के साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने वाराणसी में सामूहिक दुष्कर्म के एक गंभीर मामले की जानकारी ली और आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। यह कदम न केवल कानून और व्यवस्था के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति को भी उजागर करता है।
इसके साथ ही, पीएम मोदी ने काशी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए विकास, विरासत, नारी सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, खेल और आर्थिक प्रगति जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी सरकार की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को रेखांकित किया। उनका संदेश स्पष्ट था: “हम देश की सेवा का मंत्र लेकर आए हैं। हमारा सिद्धांत है सबका साथ, सबका विकास।” आइए, उनके इस दौरे और संबोधन के प्रमुख बिंदुओं पर विस्तार से नजर डालें।
सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ कड़ा रुख: कानून का शासन सर्वोपरि
सामूहिक दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध समाज के लिए एक गंभीर चुनौती हैं। पीएम मोदी ने वाराणसी में इस मामले को गंभीरता से लिया और स्थानीय प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए कि आरोपियों को किसी भी सूरत में बख्शा न जाए। यह केवल एक प्रशासनिक आदेश नहीं, बल्कि महिलाओं के प्रति हिंसा के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का प्रतीक है।
उन्होंने कहा, “महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान हमारी प्राथमिकता है। कोई भी अपराधी कानून के शिकंजे से बच नहीं सकता।” यह बयान समाज के हर वर्ग को यह संदेश देता है कि भारत सरकार नारी सुरक्षा के प्रति पूरी तरह से संकल्पित है। साथ ही, यह पुलिस और प्रशासन को भी जवाबदेही के साथ त्वरित कार्रवाई करने के लिए प्रेरित करता है।
सबका साथ, सबका विकास: परिवारवाद पर करारा प्रहार
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, “जो लोग सत्ता पाने के लिए दिन-रात खेल खेलते हैं, उनका सिद्धांत है परिवार का साथ, परिवार का विकास। लेकिन हमारा मंत्र है सबका साथ, सबका विकास।” यह बयान न केवल उनकी सरकार की समावेशी नीतियों को रेखांकित करता है, बल्कि परिवारवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके रुख को भी स्पष्ट करता है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य हर वर्ग, हर क्षेत्र और हर व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचाना है। चाहे वह ग्रामीण क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास हो, महिलाओं का आर्थिक सशक्तिकरण हो, या युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना हो—सबका विकास ही सरकार का मूल मंत्र है।
काशी: आरोग्य की नई राजधानी
काशी को केवल आध्यात्मिक केंद्र के रूप में ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य और चिकित्सा के क्षेत्र में एक उभरते हुए केंद्र के रूप में देखा जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा, “हमारी काशी आरोग्य की राजधानी बन रही है। दिल्ली-मुंबई के बड़े अस्पताल अब आपके पास आ रहे हैं। यही तो विकास है।”
वाराणसी में हाल के वर्षों में स्वास्थ्य सुविधाओं में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। नए अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं ने न केवल काशी के लोगों के लिए, बल्कि पूर्वांचल, बिहार और यहां तक कि नेपाल के मरीजों के लिए भी इलाज को सुलभ बनाया है।
पीएम ने आयुष्मान भारत योजना की भी चर्चा की, जो गरीब और मध्यम वर्ग के लिए वरदान साबित हुई है। उन्होंने कहा, “अब इलाज के लिए जमीन बेचने या कर्ज लेने की मजबूरी नहीं है। आयुष्मान कार्ड से मरीजों का इलाज निशुल्क हो रहा है।” इस योजना के तहत लाखों लोग मुफ्त इलाज का लाभ उठा रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में असमानता को कम करने में मदद मिली है।