महाराष्ट्र में गरमाई सियासत औरंगजेब को लेकर आखिर क्यो उखाड़े जा रहे गड़े मुर्दे।
Editor : Manish chaurasia | 20 March, 2025
महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर सियासत गरमा गई है! हिंदू संगठनों की चेतावनी कब्र हटाओ या अंजाम भुगतो! सुरक्षा बढ़ी, पुलिस बल तैनात क फिर सुलग उठेगी राजनीति की आग। नागपुर से यूपी तक फैला बवाल, श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास ने किया बड़ा ऐलान! क्या इतिहास दोहराया जा रहा है .

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महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र को लेकर सियासत गरमा गई है! हिंदू संगठनों की चेतावनी कब्र हटाओ या अंजाम भुगतो! सुरक्षा बढ़ी, पुलिस बल तैनात क फिर सुलग उठेगी राजनीति की आग। नागपुर से यूपी तक फैला बवाल, श्री कृष्ण जन्मभूमि न्यास ने किया बड़ा ऐलान!
क्या इतिहास दोहराया जा रहा है? -
औरंगजेब की कब्र हटाने को लेकर हिंदू संगठनों ने महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार द्वारा कब्र को नहीं हटाया जाएगा तो हम अयोध्या बाबरी मस्जिद की तरह खुद हटा देंगे. इसके बाद से छत्रपति संभाजी नगर में स्थित औरंगजेब की कब्र की सुरक्षा बढ़ा दी गई और बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई. कब्र हटाने को लेकर माहौल बहुत कुछ उस तरह ही गर्म हो रहा है जिस तरह राम जन्मभूमि को लेकर शुरू हुई कार सेवा शुरू होने के पहले यूपी के कई शहरों में दंगे शुरू हो गए थे. सोमवार को नागपुर के महाल में दो गुटों के बीच विवाद के बाद हिंसा भड़क गई थी। हिंसा के बाद कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सोमवार को कब्र की आग यूपी तक पहुंच गई है. श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास ने मुगल शासक औरंगजेब की कब्र पर बुलडोजर चलाने वाले को 21 लाख रुपए इनाम के तौर पर देने का ऐलान किया है. उन्होनें कहा ऐसी कब्र हिंदुस्तान में नहीं होनी चाहिए. अगर किसी को कब्र की जरूरत है तो पाकिस्तान ले जाए. जाहिर है कि कब्र की आग अभी और फैलेगी. बाबरी मस्जिद से भी यह मामला गंभीर होता जा रहा है।
औरंगज़ेब की तुलना बाबरी मस्जिद से दरअसल बाबरी मस्जिद से -
औरंगज़ेब की तुलना बाबरी मस्जिद से दरअसल बाबरी मस्जिद से की जा रही है क्योंकि औरंगजेब के हाथ भारत के कई महान गुरुओं और राजाओं के खून से रंगे हुए हैं. वही औरंगजेब जिसने अपने पिता और भाइयों की हत्याकर गद्दी हथियाई. औरंगजेब को कोई संत या फकीर नहीं था कि उसकी कब्र पर फातिहा पढ़ने की मजबूरी हो. औरंगजेब का नाम हिंदुओं के मंदिर तोड़ने और हिंदू तीर्थ पर जजिया कर लगाने के लिए ही जाना जाता है. हिंदुओं के साथ सौहार्द दिखाने के लिए मुस्लिम समुदाय को ऐसे आत ताइयों से दूरी बनानी ही चाहिए।
औरंगजेब की कब्र पर महाराष्ट्र में शुरू हुई सियासत के बीच नागपुर में हिंसा भड़की है। इसी बीच उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना के नेता संजय राउत के बयान पर सियासत गरमा गई है।
संजय राउत का बयान -
संजय राउत ने कहा है कि औरंगजेब की कब्र को नहीं हटाया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि नागपुर में दंगा हिंदुओं ने भड़काया। उन्होंने देवेंद्र फडणवीस सरकार पर भी निशाना साधा। साथ ही संजय राउत ने कहा कि आक्रमक महाराष्ट्र, छत्रपति शिवाजी महाराज और मराठा के ऊपर विजय प्राप्त नहीं कर पाए। उनकी कब्र महाराष्ट्र में बनानी पड़ी। यह इतिहास है और इतिहास वैसा ही रहना चाहिए। लेकिन कुछ लोग अब नए-नए हिंदुत्ववादी पैदा हुए हैं। नये लोगों को इतिहास का क्या पता? उन्होंने कहा कि उन्हें महंगाई पर, किसानों की आत्महत्या पर बोलना चाहिए। इन मुद्दों को लेकर आंदोलन करना चाहिए। संजय राउत ने औरंगज़ेब की कब्र को शौर्य का प्रतीक बताया. जिसके बाद नया संग्राम शुरू हो गया है।जिसकी तपिश पूरे देश में महसूस की जा रही है. विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल सहित कई हिंदू संगठन औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए बकायदा प्रदर्शन भी हो रहा है. दूसरी ओर कांग्रेस सहित अन्य कई विपक्षी पार्टियां इसे माहौल बिगाड़ने वाली बात बता रही है।
औरंगज़ेब की कब्र शौर्य का प्रतीक -
संजय राउत ने कहा, "औरंगजेब की कब्र है. यह शौर्य का प्रतीक है. कभी टूटनी नहीं चाहिए. छत्रपति शिवाजी महाराज ने औरंगजेब से इतना बड़ा युद्ध किया. उनके बाद भी औरंगजेब 25 साल तक लड़ता रहा लेकिन कभी जीत नहीं सका. महाराष्ट्र में औरंगजेब की कब्र है. यह मराठों के शौर्य का प्रतीक है। संजय राउत ने आगे कहा कि औरंगजेब हो या अफजल खान की कब्र यह यह मराठों के शौर्य का स्मारक है. आने वाली पीढ़ियों को पता चलना चाहिए कि शिवाजी महाराज और मराठों ने किस तरह आक्रामक दुश्मनों से लड़ाई लड़ी, लेकिन वे मराठों पर हावी नहीं हो सके. यह इतिहास है और इसे ऐसा ही रहना चाहिए।
गोविंद शेंडे का बयान -
औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग पर महाराष्ट्र-गोवा विश्व हिंदू परिषद क्षेत्र प्रमुख गोविंद शेंडे ने रविवार को कहा था कि कुछ लोग औरंगजेब की तारीफ करने में लगे हैं. मैं कहना चाहता हूं कि वह देश का आइकॉन नहीं हो सकता है. औरंगजेब ने देश पर बहुत अत्याचार किया। हिन्दुओं पर अत्याचार किया। अपने पिता के साथ अत्याचार किया. ऐसे क्रूर व्यक्ति को कोई भी चिह्न इस देश में अब सहन नहीं किया जाएगा. इसलिए हम सरकार से अपील कर रहे हैं कि हिन्दुओं की भावना को समझते हुए औरंगजेब की कब्र को वहां से हटाए।