ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटाया, किन्नर अखाड़े से भी निकाला
Editor : Manager User | 31 January, 2025
ममता कुलकर्णी की गिनती 90 के दशक की टॉप हिरोइनों में होती है। बॉलीवुड में डेब्यू की बात करें तो फिल्म ‘तिरंगा’ से उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा। पहली ही फिल्म से वो छा गई थीं और रातोंरात इंडस्ट्री में उनकी चर्चा होने लगी थी। इसके बाद तो आशिक आवारा' और 'करण-अर्जुन' जैसी हिट फिल्मों ने उन्हें सबके दिलों में बसा दिया।

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ड्रग माफिया से शादी, अंडरवर्ल्ड कनेक्शन, टॉप लेस फोटोशूट और अब महामंडलेश्वर..बतौर बॉलीवुड हिरोइन एक जमाने में लोगों के दिलों पर राज करने वाली ममता कुलकर्णी की जिंदगी भी किसी फिल्म स्टार से कम नहीं रही है। अब जबकि प्रयागराज महाकुंभ में ममता ने संन्यास ले लिया है और किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बन गई हैं, हर कोई उनके बारे में जानने को उत्सुक है। खासकर आज की पीढ़ी को नहीं पता होगा कि एक जमाने में ममता बॉलीवुड की सबसे हसीन हिरोइन हुआ करती थीं। अचानक से वे पर्दे से गायब हुईं और कई तरह की कहानियां उनके बारे में चलने लगीं। चलिए एक-एक करके आपको उन कहानियों से रूबरू कराते हैं जिसमें ममता कुलकर्णी के हिरोइन बनने से लेकर महामंडलेश्वर बनने तक का पूरा सफर आप समझ सकते हैं।
ममता कुलकर्णी की गिनती 90 के दशक की टॉप हिरोइनों में होती है। बॉलीवुड में डेब्यू की बात करें तो फिल्म ‘तिरंगा’ से उन्होंने फिल्मी दुनिया में कदम रखा। पहली ही फिल्म से वो छा गई थीं और रातोंरात इंडस्ट्री में उनकी चर्चा होने लगी थी। इसके बाद तो आशिक आवारा' और 'करण-अर्जुन' जैसी हिट फिल्मों ने उन्हें सबके दिलों में बसा दिया। ‘आशिक आवारा’ के लिए उन्हें 1993 में 'फिल्मफेयर न्यू फेस' अवॉर्ड मिला।
इसी साल ममता तब विवादों में घिर गईं, जब उन्होंने स्टारडस्ट मैगजीन के लिए टॉपलेस फोटोशूट कराया था। इस फोटोशूट के बाद वो काफी लोकप्रिय हुईं। राजकुमार संतोषी ने अपनी फिल्म ‘चाइना गेट’ में कास्ट किया, लेकिन दोनों के बीच विवाद हो गया। कहा जाता है कि उस समय संतोषी फिल्म से निकालने वाले थे लेकिन बाहर से कोई दबाव आया और ममता को फिल्म में रखने को मजबूर होना पड़ा। ममता ने तब राजकुमार संतोषी पर हैरेसमेंट का आरोप भी लगाया था। लेकिन तब किसी को समझ नहीं आया कि आखिर ये दबाव किसने डाला था।
2002 में एक फिल्म आई थी कभी तुम कभी हम' ये ममता की अंतिम फिल्म थी। इसके बाद ममता अचानक पर्दे से गायब हो गईं। कई सालों बाद ममता को लेकर एक खबर सामने आई। यह 2013 का साल था। अचानक यह जानकारी मिली कि ममता कुलकर्णी ने ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी से दुबई में शादी कर ली है। इसी बीच 2015 में ममता कुलकर्णी का नाम 2000 करोड़ रुपये की ड्रग तस्करी केस में आया. आरोप लगा कि वे 2000 करोड़ रु के इंटरनेशनल ड्रग रेकेट का हिस्सा थीं। साल 2016 में केन्या में एक ड्रग रेकेट की बैठक में भी शामिल हुईं थीं. हालांकि बाद में उन्हें बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले में निर्दोष करार दे दिया था।
इन सभी आरोपों के बीच ममता खामोश रहीं और एक तरह से गायब हो गई। 25 साल बाद ममता भारत लौटीं। मुंबई में कदम रखते ही उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा किया और बताया कि वे यहां आकर बहुत ही खुश हैं।
अब ममता कुलकर्णी महाकुंभ में पहुंच चुकी हैं और संन्यास ले लिया है। यहां ममता कुलकर्णी का पट्टाभिषेक हुआ। अब इनका नया नाम श्री यामाई ममता नंद गिरि हो गया है। इस मौके पर ममता कुलकर्णी ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य होगा कि मैने महाकुंभ की पवित्र बेला में संन्यास लिया है। मैंने 23 वर्ष पहले अपने गुरु श्री चैतन्य गगन गिरि से कुपोली आश्रम में दीक्षा ली थी। अब पूरी तरह से संन्यासिनी बन गई हूं।
बॉलीवुड हिरोइन ममता कुलकर्णी के साथ वही हुआ जिसका डर था। किन्नर अखाड़े ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया है। इसके साथ ही उन्हें अखाड़े से भी बाहर कर दिया गया है। ममता का साथ देने वाली किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को भी अखाड़े से बाहर कर दिया गया है। किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने यह ऐक्शन लिया है। किन्नर अखाड़े को जल्द नया आचार्य महामंडलेश्वर मिलेगा। ऋषि अजय दास ने कहा कि नए सिरे से अखाड़े का पुनर्गठन किया जाएगा.