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World Cancer Day: दबे पांव आता है कैंसर, भयावह हैं हर साल के आंकड़े, सही जीवनशैली है बचाव का उपाय

Editor : Manager User | 04 February, 2025

वर्तमान में दुनिया भर में हर साल 76 लाख लोग कैंसर से दम तोड़ देते हैं जिसमें से 40 लाख लोग समय से पहले (30-69 वर्ष आयु वर्ग) मर जाते हैं। इसलिए समय की मांग है कि इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ कैंसर से निपटने की व्यवहारिक रणनीति विकसित करना है। वर्ष 2025 तक कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मोटो के बढ़कर प्रतिवर्ष 60 लाख लोगों का अन

World Cancer Day: दबे पांव आता है कैंसर, भयावह हैं हर साल के आंकड़े, सही जीवनशैली है बचाव का उपाय

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आधुनिक लाइफस्टाइल के कारण दुनिया भर में बढ़ाने वाले कैंसर के बढ़ते मामलों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए शब्द कैंसर डे मनाया जाता है।विश्व कैंसर दिवस 4 फरवरी को कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम पहचान और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। विश्व कैंसर दिवस 2008 में लिखे गए विश्व कैंसर घोषणा के लक्षण का समर्थन करने के लिए यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल के नेतृत्व में कार्यरत है। विश्व कैंसर दिवस का प्राथमिक लक्ष्य कैंसर और बीमारी के कारण होने वाली म्यूट को कम करना है बहुत से लोग कैंसर को दूर करने के लिए आध्यात्मिकता का भी सहारा लेते हैं। अनियमित खानपान, प्रोटेस्ट और जंक फूड का सेवन, प्रदूषण और लाइफस्टाइल के कारण पिछले एक दशक में कैंसर के मामलों में सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में वृद्धि देखी गई है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट बताती है की साल 2023 में भारत में कैंसर के 14,96,972 मामले दर्ज किए गए थे अनुमान है कि वर्ष 2040 तक भारत में कैंसर के मामले दोगुने होंगे। 



भारत समेत दुनिया के विभिन्न देशों में बढ़ रहे हैं कैंसर के मामलों के प्रति लोगों को चेतावनी और कैंसर को कैसे बढ़ने से रोका जा सकता है इस विषय में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 4 फरवरी को शब्द कैंसर डे मनाया जाता है व्हाट कैंसर डे को मनाने की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रक संघ द्वारा की गई थी। 



1933 में अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ ने स्विट्ज़रलैंड में जिनेवा में पहली बार विश्व कैंसर दिवस मनाया।इसके बाद 2000 में पेरिस में हुई थी। 4 फरवरी 2000 को पेरिस में शब्द समित अगेंस्ट कैंसर कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस आयोजन को करने वाले अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रक संघ का कहना था कि साल में एक दिन ऐसा होना चाहिए जब दुनिया के हर कोने में कैंसर की रोकथाम, कैंसर के लक्षणों की पहचान और इलाज के प्रति जागरूकता लाने के लिए एक दिन होना चाहिए।UICC की शुरुआत के बाद हर साल 4 फरवरी को वार्ड कैंसर डे मनाया जाता है इस दिन स्कूल,गैर सरकारी संगठन, अस्पतालों में कैंप लगाए जाते है, ताकि ज्यादा लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक किया जा सके।यह दिवस कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने, लोगों को शिक्षित करने, इस रोग के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए दुनिया भर में सरकारों और व्यक्तियों को समझाने और हर साल लाखों लोगों को मारने से बचने के लिए मनाया जाता है। 2014 में इस विश्व कैंसर घोषित के लक्ष्य पांच पर केंद्रित किया गया है, जो कैंसर के कलंक को कम और मित्र को दूर करने से संबंधित है। 



वर्तमान में दुनिया भर में हर साल 76 लाख लोग कैंसर से दम तोड़ देते हैं जिसमें से 40 लाख लोग समय से पहले (30-69 वर्ष आयु वर्ग) मर जाते हैं। इसलिए समय की मांग है कि इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के साथ कैंसर से निपटने की व्यवहारिक रणनीति विकसित करना है। वर्ष 2025 तक कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मोटो के बढ़कर प्रतिवर्ष 60 लाख लोगों का अनुमान है। यदि विश्व स्वास्थ्य संगठन के 2025 तक कैंसर के कारण समय से पहले होने वाली मौतों में 25% कमी को हासिल किया जाए तो हर साल 15 लाख जीवन बचाया जा सकते हैं। वार्ड कैंसर डे का महत्व आम लोगों को कैंसर जिसे घातक बीमारी के बारे में जागरूक करना कैंसर किन कर्म से फैलता है और कैसे फैलता है कैंसर के मित्र को दूर करना और दुनिया भर में सरकार द्वारा चलाए जा रहे कैंसर से जुड़े कैंपेन के बारे में बताना है। वार्ड कैंसर डे के दिन कैंसर का समय पर पता चलने से इसका 100% इलाज किया जा सकता है। 



अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ द्वारा हर साल एक खास थीम पर शब्द कैंसर डे मनाया जाता है यह खास थीम लोगों को जागरूक करने और कैंसर के खिलाफ वैश्विक कार्यवाही को प्रेरित करने के लिए बनाई जाती है 2022-2024 की थीम क्लोज द केयर गैप रखा गया था वही साल 2025 में शब्द कैंसर डे की थीम यूनाइटेड बाय यूनीक रखी गई है। इस थीम को रखने का उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि कैंसर सिर्फ इलाज से बल्कि लोगों के साथ जीतने वाली एक लड़ाई है जिसे हमें जड़ से खत्म करना है। दुनिया में जिस तरह से कैंसर के मरीजों की संख्या में तेजी आ रही है उसे देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि अब वक्त आ चुका है, एकजुट होकर लड़ने का और सही जीवन शैली अपनाने का।



निष्कर्ष -

वर्ल्ड कैंसर डे एक खास दिन है यह लोगों को कैंसर के बारे में शिक्षित करने और इस गंभीर बीमारी से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर एकजुट होने का संदेश देता है इस दिन हम सबको मिलकर कैंसर के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने और इसे रोकने के लिए एक कदम उठाना चाहिए।