दिन में हवन, रात में शराब पीती थीं ममता कुलकर्णी? विवादों पर ऐक्ट्रेस ने तोड़ी अपनी चुप्पी
Editor : Manager User | 07 February, 2025
ममता कुलकर्णी जब से भारत लौटी हैं लगातार सुर्खियों में हैं. उन पर अब कई तरह के गंभीर आरोप भी लगे हैं। इन सभी आरोपों पर अब खुद ममता ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। आप सबको मालूम है कि हाल ही में महाकुंभ में उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था, लेकिन विवादों के बाद उन्हें सिर्फ सात दिन बाद ही महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया।

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दिन में हवन, रात में शराब पीती थीं ममता कुलकर्णी? स्प्रिचुअल जर्नी पर होने के बावजूद क्या शराब के नशे में रहती थीं ममता कुलकर्णी? साध्वी बनने के बाद भी क्या पार्टियां करती रहती थीं ममता कुलकर्णी? महामंडलेश्वर पद से हटाए जाने के बाद ममता अब इन गंभीर आरोपों से घिर गई हैं। क्या बॉलीवुड की ये हिरोइन साध्वी बनने के बाद भी कर रही थी मस्ती? क्या दिन रात शराब के नशे में डूबी रहती थी ममता? क्या है सच्चाई, खुद ममता ने है बताई, चलिए आपको बताते हैं इन सभी आरोपों पर ममता ने क्या कुछ कहा है।
ममता कुलकर्णी जब से भारत लौटी हैं लगातार सुर्खियों में हैं. उन पर अब कई तरह के गंभीर आरोप भी लगे हैं। इन सभी आरोपों पर अब खुद ममता ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। आप सबको मालूम है कि हाल ही में महाकुंभ में उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया गया था, लेकिन विवादों के बाद उन्हें सिर्फ सात दिन बाद ही महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया।
अब इन आरोपों पर ममता ने जवाब दिया है। ममता ने कहा कि जो लोग ये कह रहे हैं कि वे साध्वी बनने के बाद भी मस्ती कर रही थीं उन्हें यह जानना चाहिए मैंने पिछले 23 सालों में कोई एडल्ट फिल्म नहीं देखी है। मैंने खुद पर काबू पाया है क्योंकि अध्यात्म की राह कठिन राह है।
अपने इस मुश्किल सफर के बारे में बात करते हुए ममता कहती हैं, मुझे याद है कि जब मैं नवरात्रि के 9 दिनों का व्रत रखा करती थी। पानी तक नहीं पीती थी लेकिन बाहर लोग ये अफवाह उड़ाते थे कि मैं दिन में हवान करती हूं और रात में दो पैग लगाती हूं। यहां तक अफवाह फैलाई जाती थी कि मैं शराब के नशे में टुल्ल होने के लिए ताज होटल जाती थी। सोचिए मैं अध्यात्म की राह पर थी। नवरात्रि का व्रत कर रही थी तो क्या मैं ऐसा करती। मैं तब बॉलीवुड का हिस्सा थीं, फिल्मों में काम कर रही थीं. और इस कारण मुझे टारगेट करना आसान था।
ममता ने आगे बताया, जब मैं बॉलीवुड में थी, तब 1997 के आसपास की बात है मेरे गुरु मेरी जिंदगी में आए. उस समय बॉलीवुड में मैं काम कर रही थी और मेरी जिंदगी एक स्ट्रिक्ट रूटीन में चल रही थी। मैं शूटिंग के लिए जाती थी, तो तीन बैग लेकर जाती थी. एक बैग में मेरे कपड़े होते थे, दूसरे बैग में मेरा पोर्टेबल मंदिर होता था। गुरुजी ने मुझे इसके लिए तैयार किया था। ये मंदिर मेरे कमरे में एक टेबल पर बनाया जाता था, जहां मैं काम पर जाने से पहले पूजा करती थी। मेरे गुरु ने कहा था कि आप अनुष्ठान को पूरा करने के बाद ही शूटिंग में जाएं और मैं वही करती थी।
ममता ने सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा, मैं नवरात्रि के व्रत रखती थी. नौ दिन की सिद्धि में मैं . सुबह, दोपहर और शाम को तीन हवन करती थी। सिर्फ पानी पीकर मैं रहती थी। 36 किलो चंदन से यज्ञ करती थी। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मेरी क्या स्थिति तब होती थी।
उसी समय मेरे डिजाइनर, जो उस समय बॉलीवुड से थे, उन्होंने ही मुझसे कहा, 'ममता, तुम क्या कर रही हो? तुम बहुत सीरियस हो गई हो. उठो, नौ दिन बहुत हैं, चलो अब चलते हैं.' उनके कहने पर ही मैं ताज घूमने गई थी। तब मैं स्कॉच पीती थी, लेकिन दो पैग के बाद मुझे भागकर वॉशरूम जाना पड़ता था..ऐसा लगता था जैसे शराब का नशा मेरे सिर पर चढ़ गया हो.
नौ दिनों की तपस्या ने मुझे बुरी तरह से थका दिया था. मुझे बार बार ऐसा लग रहा था जैसे मेरे अंदर जलन हो रही हो. एक बार तो ऐसा हुआ कि मैं 40 मिनट तक वॉशरूम में बैठी रही और सोचती रही कि आखिर ये क्या हो रहा है।
ममता ने आगे कहा, ये सब 1996-97 में मेरे साथ हो रहा था। मैं अध्यात्म कर रही थी लेकिन मेरे ऊपर आरोप लग रहे थे। मेरे गुरु ने देखा कि बॉलीवुड मुझे इस राह पर ज्यादा दिन नहीं टिकने देगा। फिर क्या था उन्होंने मेरे लिए तपस्या की एक ऐसी जगह चुनी जहां मुझे कोई भी 12 साल तक परेशान ना कर पाए। मेरी भक्ति को भंग ना कर पाए। उसके बाद मैं बॉलीवुड से दूर हो गई और भक्ति की राह पर निकल पड़ी।
आप सबको मालूम है कि ममता ने दुबई और केन्या में कई साल बिताए। कहा जाता है कि ममता ने 12 सालों तक दुबई में साध्वी का जीवन जिया। बॉलीवुड से दूर रहकर वह लगातार भक्ति राह पर बनी रहीं और अपनी भक्ति में डूबी रहीं। हालांकि इस बीच उनके ड्रग केस में होने का आरोप लगा। 2000 करोड़ के ड्रग मामले में उन पर केस भी चला लेकिन बाद में उन्हें कोर्ट ने बरी कर दिया। करीब 25 साल बाद ममता वापस भारत लौटीं तो एक बार फिर विवादों ने उनको घेर लिया।
इस बार वे महाकुंभ पहुंचीं और उन्हें किन्नर अखाड़े ने महामंडलेश्वर बनाया। महामंडलेश्वर बनते ही उन पर सवाल उठने लगे। विवाद गहराने लगा। लोग कहने लगे कि अचानक किसी को ऐसे ही कैसे इतना पड़ा पद दिया जा सकता है। इन विवादों के बीच उन्हें पद से तो हटाया ही गया उन पर कई तरह के आरोप भी लगे। लेकिन अब ममता कुलकर्णी ने इन सभी आरोपों का जवाब दे दिया है। ममता ने दो टूक कहा है कि वे अब भी अध्यात्म की राह पर हैं और जो भी आरोप हैं वो बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि अध्यात्म की राह कठिन है और मैंने इस राह पर चलने के लिए वर्षों तक कठोर तपस्या की है। इस मामले में आप क्या कहेंगे, कमेंट कीजिए। मिलते हैं अगले वीडियो में