गणतंत्र दिवस: आरक्षण से लेकर आर्टिकल 15 तक...संविधान पर आधारित हैं ये बॉलीवुड फिल्में
Editor : Manager User | 26 January, 2025
2011 में आरक्षण मूवी आई अनुच्छेद 16 पर आधारित है जिसमे सामाजिक और धार्मिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए भारत के सार्वजनिक क्षेत्र में क्या अपनाया गया है ये दिखाया गया था। इस फ़िल्म का निर्देशक प्रकाश झा ने किया था और कलाकार अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण, तन्वी आजमी, प्रतीक बब्बर और मनोज बाजपेयी जैसे बड़े कलाकार ने भूमिका निभायी है।

Source or Copyright Disclaimer
आज 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। बॉलीवुड में कई फ़िल्में संविधान और आज़ादी से जुड़ी हुई हैं। 26 जनवरी को भारत का ऐतिहासिक दिन कहा जाता है। इस दिन हमारे देश में संविधान लागू हुआ था। आज भारत के लिए गौरवशाली दिन है। तो आइए आपको बताते हैं कि बॉलीवुड में कई ऐसी फ़िल्में बनी हैं जिनमें संविधान को दिखाया गया है।
2011 में आरक्षण मूवी आई अनुच्छेद 16 पर आधारित है जिसमें सामाजिक और धार्मिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए भारत के सार्वजनिक क्षेत्र में क्या अपनाया गया है ये दिखाया गया था। इस फ़िल्म का निर्देशन प्रकाश झा ने किया था और कलाकार अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण, तन्वी आजमी, प्रतीक बब्बर और मनोज बाजपेयी जैसे बड़े कलाकार ने भूमिका निभाई है। 2016 में आई अलीगढ़ फ़िल्म में धारा 377 समलैंगिक के अधिकारों के लिए बात की गई थी। इस फिल्म में मनोज बाजपेयी एलजीबीटीक्यू कम्यूनिटी का किरदार निभा रहे थे।
फिल्म 'आर्टिकल-15' में भारतीय संविधान के आर्टिकल 15 की चर्चा की गई है, जो कहता है कि सरकार अपने नागरिकों के साथ धर्म, जाति, लिंग, नस्ल और जन्म स्थान के आधार पर कोई भेदभाव नहीं कर सकती। इस फिल्म में दुष्कर्म के एक केस के माध्यम से इस आर्टिकल के महत्व को उजागर किया गया है, जिसमें आयुष्मान खुराना ने मुख्य भूमिका निभाई। 2019 में रिलीज़ हुई इस फिल्म में भारतीय दंड संहिता की धारा 375 पर भी चर्चा की गई है, जिसके तहत 18 साल से कम उम्र की लड़की से सहमति से भी शारीरिक संबंध बनाना दुष्कर्म माना जाता है। फिल्म में ऋचा चड्ढा और अक्षय खन्ना ने भी अहम भूमिकाएं निभाई हैं। यह फिल्म एक कानूनी ड्रामा है, जो एक व्यक्ति पर लगाए गए पैसों की हेराफेरी के आरोपों के इर्द-गिर्द घूमती है।
इसके अलावा, संविधान पर आधारित फिल्मों की बात करें तो यामी गौतम अभिनीत 'आर्टिकल 370' भी महत्वपूर्ण है, जो कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के घटनाक्रम पर आधारित है। यह फिल्म इस प्रक्रिया में अपनाई गई गोपनीय रणनीति को दर्शाती है। इसके साथ ही, फिल्म 'हैदर' में कश्मीर की स्थिति और अफस्पा कानून पर भी चर्चा की गई थी। शाहिद कपूर, तब्बू और केके मेनन की अहम भूमिकाओं वाली इस फिल्म को 62वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में पांच पुरस्कार मिले थे।