एक ओर सीमा पार आतंक के ठिकानों पर ताबड़तोड़ वार, दूसरी ओर देश के भीतर राष्ट्रभक्ति की लहर।
Editor : Anjali Mishra | 14 May, 2025
‘तिरंगा शौर्य यात्रा’ की जो न सिर्फ़ सेना के पराक्रम को सलाम कर रही है, बल्कि विपक्ष के आरोपों को भी जवाब दे रही है |

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एक ओर सीमा पार आतंक के ठिकानों पर ताबड़तोड़ वार, दूसरी ओर देश के भीतर राष्ट्रभक्ति की लहर।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद अब सियासत में भी ‘एक्शन मोड’ ON है!
और इसी एक्शन का नाम है ‘तिरंगा यात्रा’।
भारतीय जनता पार्टी अब देशभर में तिरंगे के साथ निकल पड़ी है।
राष्ट्रगौरव का संदेश लेकर, विपक्ष के सवालों का जवाब लेकर,
और बिहार के रण की तैयारी लेकर।
‘तिरंगा शौर्य यात्रा’ की जो न सिर्फ़ सेना के पराक्रम को सलाम कर रही है, बल्कि विपक्ष के आरोपों को भी जवाब दे रही है सीधे जनता के बीच, मैदान से संसद तक
जब-जब दुश्मनों ने भारत की सरहदों की ओर आंख उठाई है, तब-तब भारतीय सेना ने उसका जवाब सिर्फ़ गोलियों से नहीं, बल्कि गौरव से दिया है।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने न सिर्फ़ आतंक के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया, बल्कि हर भारतवासी का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया।
अब इसी शौर्यगाथा को घर-घर, गली-गली तक पहुंचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने देशभर में ‘तिरंगा शौर्य यात्रा’ निकालने का ऐलान किया है जो सिर्फ़ एक रैली नहीं, बल्कि राष्ट्रगौरव का रथ है।
राजधानी दिल्ली में BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह ऐतिहासिक निर्णय लिया गया।
और इसकी पहली बड़ी झलक देखने को मिली देहरादून में, जहां निकली ‘तिरंगा शौर्य यात्रा’ चीड़बाग से परेड ग्राउंड तक।
हजारों देशभक्तों के साथ शामिल हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, और BJP के कई वरिष्ठ नेता।
मुख्यमंत्री धामी का हुंकार
धर्म पूछकर आतंकियों ने निर्दोषों की हत्या की सेना ने उनके आकाओं को बता दिया, बहनों के सिंदूर से खेलने का अंजाम क्या होता है।
पाकिस्तान अब जान चुका है। भारत की तरफ़ उठी हर नज़र, अब उसकी तबाही की वजह बनेगी।
सीएम ने दो टूक कहा उत्तराखंड के हर घर से कोई न कोई सेना में है। आज पूरा प्रदेश सड़कों पर है, और संदेश साफ है अब बात आतंक पर नहीं, पीओके पर होगी।
क्या है तिरंगा यात्रा का मकसद?
ऑपरेशन सिंदूर की वीरगाथा को जन-जन तक पहुंचाना
भारतीय सेना के शौर्य को नमन और सशस्त्र बलों को सम्मान
विपक्ष के ‘सीजफायर’ जैसे सवालों का ज़मीनी जवाब
बिहार चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रवाद के सुर में माहौल तैयार करना
इस महाअभियान को चार चरणों में पूरे देश में फैलाया जा रहा है:
राजधानी केंद्र – 13 व 14 मई
महत्वपूर्ण शहर – 15 मई
जिला मुख्यालय – 16 व 17 मई
विधानसभा, ब्लॉक, कस्बे व गांव 18 से 23 मई
इन आयोजनों में BJP के वरिष्ठ नेता, केंद्रीय मंत्री और सामाजिक संस्थाएं भाग लेंगी। साथ ही आम नागरिकों की भागीदारी को भी पूरी तरह जोड़ा जाएगा।
जहां एक ओर विपक्ष सीजफायर को लेकर सवाल उठा रहा है, वहीं BJP का साफ संदेश है।देश की सुरक्षा पर राजनीति नहीं, एकता होनी चाहिए।अमेरिकी दबाव में झुकने’ जैसे आरोपों का अब जवाब दिया जाएगा जनता के बीच, जनता की भाषा में।
बेंगलुरु से बिहार तक राष्ट्रवाद की लहर -
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में केंद्रीय मंत्री शोभा करंदलाजे की अगुवाई में यात्रा की शुरुआत हुई।
उन्होंने कहा भारत आतंक के खिलाफ निर्णायक मोड़ पर खड़ा है। पाकिस्तान के डीएनए में ही है संघर्ष विराम का उल्लंघन। अब वक्त है एकजुटता का।
तिरंगा यात्रा’ सिर्फ़ एक राजनीतिक पहल नहीं, बल्कि फेक नैरेटिव के खिलाफ़ जनजागरण अभियान भी है। हाल के दिनों में सोशल मीडिया और कुछ विपक्षी दलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश की गई। लेकिन अब BJP जनता के बीच जाकर फैक्ट्स और फीलिंग्स दोनों का सहारा ले रही है। हर गांव, हर चौराहे पर पोस्टर, बैनर और नुक्कड़ सभाओं के ज़रिए इस यात्रा को जनआंदोलन का रूप दिया जा रहा है।
इस यात्रा के दौरान शहीद जवानों के परिजनों को विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। जिन घरों से बेटों ने सीमा पर शहादत दी है, वहां पार्टी कार्यकर्ता जाकर उनका अभिनंदन करेंगे। ये एक तरह से राष्ट्र की ओर से एक नमन होगा – उन परिवारों को, जिनकी कुर्बानी ने आज हमें सुरक्षित रखा है। इस सम्मान से न केवल वीरगाथाएं सामने आएंगी, बल्कि युवाओं को प्रेरणा भी मिलेगी।
BJP ने इस बार युवाओं को विशेष रूप से जोड़ने का प्लान बनाया है। कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में ‘तिरंगा संवाद’ कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जहां छात्रों को सेना की कार्यशैली, ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति और भारत की सुरक्षा नीति के बारे में बताया जाएगा। इसके ज़रिए राष्ट्रवाद को केवल भावना नहीं, बल्कि जानकारी और समझ के स्तर पर भी युवाओं से जोड़ा जा रहा है।
जहां एक ओर यात्रा ज़मीन पर हो रही है, वहीं डिजिटल मीडिया पर भी इसका जबरदस्त प्रचार किया जा रहा है। BJP की सोशल मीडिया टीम ने ‘#TirangaYatra’, ‘#OperationSindoor’, ‘#NationFirst’ जैसे हैशटैग्स के ज़रिए करोड़ों लोगों तक पहुंचने की रणनीति बनाई है। खासकर वीडियो डॉक्युमेंट्री, लाइव स्ट्रीमिंग, और वीरता की कहानियों पर आधारित शॉर्ट्स के ज़रिए युवाओं को जोड़ा जा रहा है।
हालांकि यात्रा पूरे देश में है, लेकिन बिहार BJP के लिए इस समय सबसे अहम राज्य है। वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी इस राष्ट्रभक्ति अभियान के ज़रिए बिहार के मतदाताओं के बीच भावनात्मक जुड़ाव बनाना चाहती है। ‘सीमा पर जवान, मैदान में हम’यही भावना लेकर BJP बिहार के हर ज़िले, ब्लॉक और पंचायत तक तिरंगे के साथ पहुंचेगी।
BJP की अगली नज़र बिहार विधानसभा चुनाव 2025 पर है, जहां ‘तिरंगा यात्रा’ के ज़रिए राष्ट्रभक्ति का सियासी संदेश गूंजेगा।
जन-जन की आवाज़, एक ही नारा सेना का सम्मान, देश का अभिमान।तिरंगे के साथ निकले देश का स्वाभिमान।
तो तैयार हो जाइए,
जब तिरंगे की छांव में निकलेगी देशभक्ति की रैली,
हर गली, हर गांव, हर दिल से गूंजेगा जय हिंद, जय भारत।