मिल्कीपुर में बीजेपी का 'यादव' दांव, क्या फंस जाएगी समाजवादी पार्टी ?
Editor : Admin User | 23 January, 2025
अयोध्या की हार से सबक लेकर मिल्कीपुर सीट को किसी भी कीमत पर अपने कब्जे में करने के लिए बीजेपी बेकरार है। बीजेपी ने इस सीट पर एक ऐसा यादव दांव खेला है कि अखिलेश यादव की पार्टी सपा के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। मिल्कीपुर पर बीजेपी के इस यादव दांव में सपा ऐसी फंसी है कि वह अब इसके काट की तलाश में है। आखिर क्या है पूरा मामला चलिए विस्तार से समझते हैं।

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अयोध्या की हार से सबक लेकर मिल्कीपुर सीट को किसी भी कीमत पर अपने कब्जे में करने के लिए बीजेपी बेकरार है। बीजेपी ने इस सीट पर एक ऐसा यादव दांव खेला है कि अखिलेश यादव की पार्टी सपा के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। मिल्कीपुर पर बीजेपी के इस यादव दांव में सपा ऐसी फंसी है कि वह अब इसके काट की तलाश में है। आखिर क्या है पूरा मामला चलिए विस्तार से समझते हैं।
दरअसल, अयोध्या के मिल्कीपुर में होने वाले उपचुनाव के लिए मुकाबला अब त्रिकोणीय हो चुका है। पहले बीजेपी और सपा के बीच पासी vs पासी का मुकाबला था लेकिन आजाद समाज पार्टी की तरफ से सूरज चौधरी को मैदान में उतारे जाने के बाद मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
बीजेपी जहां अयोध्या की हार से सबक लेकर मिल्कीपुर सीट को जीतने के लिए हर दांव आजमा रही है, वहीं सपा भी लगातार आक्रामक है। इस बीच बीजेपी ने सपा को उसी के हथियार से हराने की तैयारी की है। बीजेपी ने मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और भाजपा नेता अपर्णा यादव को यहां मैदान में चुनाव प्रचार के लिए उतार दिया है। इस सीट पर करीब 55 हजार यादव वोटर हैं। अपर्णा को यहां तीन रैलियां करनी हैं। अगर अपर्णा इस वोट बैंक में सेंध करने में सफल रहीं तो फिर सपा के लिए मुश्किलें बढ़ जाएंगी।
राजनीतिक पंडित मान रहे हैं कि बीजेपी का यह दांव अखिलेश को मुश्किल में डालेगा। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ खुद यहां प्रचार की कमान संभाले हुए हैं। बहुत ही सधे शब्दों में वे लगातार सपा पर हमलावर हैं। वहीं अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के दिए नारे, 'मथुरा ना काशी, अयोध्या में सिर्फ पासी;' का काट बीजेपी ने पहले ही निकालते हुए चंद्रभान पासवान को मैदान में उतार दिया। अब इस सीट पर जहां सपा से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद हैं, तो वहीं बीजेपी से चंद्रभान पासवान मैदान में हैं। पासी vs पासी की इस लड़ाई में अब सूरज चौधरी के आने से लड़ाई और दिलचस्प हो गई है। अब यह तो आने वाला वक्त बताएगा कि बीजेपी की तरफ से अपर्णा यादव के रूप में जो दांव खेला गया है,. उसका कितना फायदा चुनाव में मिलता है लेकिन इतना तो तय है कि मिल्कीपुर का चुनाव काफी दिलचस्प हो चला है।