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सीज़फायर? या साज़िश का नया मुखौटा?

Editor : Anjali Mishra | 12 May, 2025

पाकिस्तान ने हाथ बढ़ाया था दोस्ती के लिए और उसी हाथ में छिपा था ड्रोन का ट्रिगर!

सीज़फायर? या साज़िश का नया मुखौटा?

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पाकिस्तान ने हाथ बढ़ाया था दोस्ती के लिए और उसी हाथ में छिपा था ड्रोन का ट्रिगर!

भारत ने सोचा शांति का रास्ता फिर से आज़माया जाए लेकिन सरहद पर फिर गूंजने लगीं गोलियों की आवाज़ें।और अब भारतीय सेना की ओर से आया है सबसे सख्त आदेश।ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान सहमा,DGDGMMO ने जो कहा है वो सिर्फ़ चेतावनी नहीं, अगली कार्रवाई का ट्रेलर है।

क्या भारत फिर उठाएगा सर्जिकल हथियार?

और क्या अब युद्ध विराम की ओट में चल रहा है ड्रोन वॉर?

एक्शन फिर होगा ,अगर दुश्मन नहीं रुका।


पाकिस्तान और ऑपरेशन सिंदूर पर DGMO यानि डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस ने बयान दिया और दो टूक एलान अगर ज़रूरत पड़ी, तो फिर एक्शन लेंगे। सेना को खुली छूट है।


नई दिल्ली से बड़ी खबर सामने आई है। भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को घोषित सीज़फायर के बावजूद पाकिस्तान की ओर से लगातार ड्रोन गतिविधियां और छोटे हथियारों से फायरिंग की घटनाएं जारी हैं।

इस बीच भारतीय सेना के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) ने सख्त लहजे में कहा है जरूरत पड़ी तो हम एक बार फिर एक्शन लेंगे। सेना को किसी भी हालात से निपटने की पूरी छूट है।

भारत ने एक बार फिर पाकिस्तान को साफ कर दिया है कि अब "सहन" शब्द डिक्शनरी से हटा दिया गया है।

और जो भी सीमा लांघेगा वो जवाब के लिए तैयार रहे।


भारत की ‘नो टॉलरेंस’ नीति

DGMO के बयान से यह स्पष्ट है कि भारत अब पुरानी नीति नहीं अपनाएगा। नई रणनीति के तहत "नो फर्स्ट फायर" की नीति तो बनी रहेगी लेकिन किसी भी प्रकार के उल्लंघन का जवाब तुरंत और कठोर होगा। भारत अब सीमाओं की गरिमा और आतंकी खतरे के बीच फर्क नहीं करेगा। चाहे आतंकी कैंप पाकिस्तान में हों या पीओके में सभी भारत की रडार पर हैं। भारत अब proactive defense की नीति पर चल रहा है।

DGMO का ये बयान पाकिस्तान के लिए खुली चेतावनी है।

और ये बयान उस समय आया है, जब सीमा पार से फिर से घुसपैठ की खबरें आ रही हैं।

ऐसे में सेना को अब “ओपन हैंड्स” यानी खुली छूट दी गई है।


DGMO ने यह भी स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर एक संदेश

भारत अब चुप नहीं बैठेगा। पाकिस्तान द्वारा आतंक को पनाह देने की कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि अगर सीमा पार से किसी भी तरह की घुसपैठ, फायरिंग या आतंकी गतिविधि होती है, तो भारतीय सेना माकूल जवाब देने के लिए तैयार है।

क्योंकि बीते हफ्ते भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के ज़रिए पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर सटीक और तीखा हमला बोला था।

इस हमले के बाद पाकिस्तान की भाषा कुछ नरम ज़रूर हुई, और 10 मई को सीज़फायर की बात भी हो गई, लेकिन इसके बाद जो हुआ, वो सीज़फायर के नाम पर धोखा था।

बीते सप्ताह भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे। इस ऑपरेशन में कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है और पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। इस सर्जिकल रेस्पॉन्स के बाद पाकिस्तान ने युद्धविराम की पेशकश की, जिसे भारत ने मानवीय आधार और क्षेत्रीय स्थिरता की उम्मीद में स्वीकार किया। लेकिन यह शांति अल्पकालिक साबित हुई।

सीज़फायर की घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही पाकिस्तान ने कई बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, जिसमें पुंछ और राजौरी सेक्टर में फायरिंग की गई और 

इतना ही नहीं घुसपैठ की कोशिशें और संदिग्ध ड्रोन गतिविधियां शामिल हैं।जो सीमा पार से भारतीय इलाके में प्रवेश कर रहे थे। इनमें से कई ड्रोन जासूसी व हथियार गिराने के इरादे से भेजे गए थे। सेना ने इन्हें मार गिराने में सफलता पाई लेकिन इससे यह साफ हो गया कि पाकिस्तान की मंशा सीज़फायर के बावजूद भारत को अस्थिर करने की है।


अब ये सिर्फ एक फौजी बयान नहीं है। इसके पीछे रणनीति है, इरादा है और एक साफ संदेश है।भारत अब चुप नहीं रहेगा। अब शब्द नहीं, सिर्फ जवाब मिलेगा।


DGMO के बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

विपक्ष ने कहा कि यह सेना का मनोबल ऊंचा रखने वाला बयान है।तो वहीं केंद्र सरकार ने इसे 'न्यू इंडिया की न्यू पॉलिसी' बताया।

साथ ही रक्षा विशेषज्ञों और विपक्षी नेताओं ने DGMO के बयान का स्वागत किया है, लेकिन साथ ही सरकार से स्थायी समाधान की मांग भी की है। वहीं, सत्तारूढ़ दल ने इसे 'नई भारत की नई नीति' करार दिया है।

DGMO का यह बयान सिर्फ सैन्य दृष्टिकोण से नहीं, बल्कि राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर भी अहम है। यह पाकिस्तान को साफ संदेश देता है कि अब बातचीत और गोली एक साथ नहीं चल सकती। वहीं भारत के आंतरिक राजनीति में भी इस बयान को सेना के मनोबल बढ़ाने वाला और ‘नए भारत’ की नीति को दर्शाने वाला माना जा रहा है। इससे यह भी संकेत मिल रहा है कि आने वाले समय में भारत की सुरक्षा रणनीति और अधिक आक्रामक और निर्णायक हो सकती है।

तो क्या अब पाकिस्तान को एक और ऑपरेशन सिंदूर झेलना पड़ेगा?

क्या सीज़फायर की आड़ में चल रहे ‘ड्रोन वॉर’ का जवाब और कड़ा होगा?

इन सवालों का जवाब आने वाले दिनों में सामने होगा।

लेकिन DGMO का बयान बता रहा है। अब आर या पार की नीति पर चल पड़ा है भारत।

नया भारत अब चुप नहीं रहेगा।